शाम से मेरी ये ऑंखें नम हैं
शायद इस दिल में छुपा कोई गम है
हमसे है तन्हाई , तनहा हम है
कोई है जिसकी याद में ये रातें गम हैं.
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शाम से मेरी ये ऑंखें नम हैं
शायद इस दिल में छुपा कोई गम है
हमसे है तन्हाई , तनहा हम है
कोई है जिसकी याद में ये रातें गम हैं.
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